माता वैष्णो देवी के दर्शन -vaishno devi darshan
vaishno devi yatra माता वैष्णो देवी का मंदिर कटरा के त्रिकूट पर्वत पर स्थित है यहां श्रद्धालु हर साल लाखों की संख्या में माता के दर्शन के लिए आते हैं लोगों का कहना है की, माता जिनको बुलावा भेजती है वही दर्शन के लिए आते हैं और अपनी मनचाही मुराद पाते हैं। माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए लोग देश-विदेश से कटरा पहुंचते हैं अगर आप भी नए साल 2025 में माता के दर्शन करने जाना चाहते हैं तो जाने से पहले कुछ जरूरी जानकारी के बारे में अवश्य जान लें इस ब्लॉक पोस्ट में मैं आज आपको माता वैष्णो देवी यात्रा की सारी महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में बताने वाली हूं और आशा करती हूं कि आप इन जानकारी के द्वारा अपनी यात्रा को आरामदायक और सफल तरीके से कर पाएंगे तो चलिए शुरू करते हैं

माँ वैष्णो देवी के दर्शन के लिए कब और कैसे जाएं।- vaishno yatra
कब जाएं माँ वैष्णो देवी के दर्शन के लिए।
यात्रा शुरू करने से पहले हमें सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि वैष्णो देवी के दर्शन के लिए सही समय कौन सा है वैसे तो पूरे साल ही माता वैष्णो देवी जी के दर्शन के लिए हम जा सकते हैं लेकिन बरसात के मौसम में वहां जाने से बचना चाहिए क्योंकि बरसात के समय में वहां लैंडस्लाइड का खतरा रहता है
अगर आप बर्फ के मौसम में माता वैष्णो देवी जी के दर्शन के लिए जाना चाहते हैं तो आपको दिसंबर से फरवरी के बीच में माता वैष्णो देवी की यात्रा के लिए जाना चाहिए इस समय वहां बर्फ देखने को मिल जाएगी।
माँ वैष्णो देवी कैसे पहुंचे ?
माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आपको सबसे पहले कटरा पहुंचना होगा और कटरा पहुंचने के लिए आप तीन तरीकों से कटरा पहुंच सकते हैं
ट्रेन के द्वारा अगर आप ट्रेन के द्वारा कटरा पहुंचाना चाहते हैं तो आपको अपने शहर से डायरेक्ट ट्रेन कटरा के लिए मिल जाएगी अगर डायरेक्ट ट्रेन नहीं मिल रही है तो आप दिल्ली पहुंच कर कटरा के लिए डायरेक्ट ट्रेन पकड़ सकते हैं और कटरा पहुंच सकते हैं दिल्ली से कटरा के लिए डायरेक्ट ट्रेन चलती ही रहती है

प्लेन के द्वारा प्लेन के द्वारा आप जम्मू पहुंच सकते हैं जो की कटरा से लगभग 1 घंटे की दूरी पर है जम्मू पहुंचकर आप टैक्सी के द्वारा कटरा पहुंच सकते हैं कटरा के पास जम्मू ही एकमात्र हवाई अड्डा है जहां देश-विदेश से फ्लाइट के द्वारा श्रद्धालु जम्मू पहुंचते हैं
बस या टैक्सी के द्वारा आप बस या टैक्सी द्वारा रोड के रास्ते भी कटरा आ सकते है। दिल्ली से कटरा के लिए आप को बस या टैक्सी आराम से मिल जाएगी। और जो लोग अपनी कार से भी आना चाहते है तो वो लोग भी रोड के रास्ते कटरा आ सकते है।
नोट – कटरा या जम्मू मे जम्मू से बहार की प्रीपेड सिम नहीं चलती, तो आप या तो पोस्टपेड सिम साथ लेकर चले या फिर आप जम्मू से ही प्रीपेड सिम खरीद ले। बिना सिम के आप को दिक्कत हो सकती है। क्योंकि आप को होटल और टैक्सी वालो को कॉल करने के लिए कोई सुविधा नहीं मिल पायेगी।
माता वैष्णो देवी यात्रा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
माता के दर्शन पर जाने से पहले हमें यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर लेना चाहिए। यह रजिस्ट्रेशन आप श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर जा कर कर सकते है ये रजिस्ट्रेशन बिलकुल फ्री है। यह रजिस्ट्रेशन बहुत ही महत्वपूर्ण है इस रजिस्ट्रेशन के द्वारा हमें यात्रा के लिए आरएफआईडी कार्ड बनवाना पड़ता है। अगर आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा कर जाएंगे तो आपको कटरा पहुंचकर आरएफआईडी कार्ड बनाने के लिए लाइन में ज्यादा देर तक नहीं लगना पड़ेगा। यदि आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करते हैं और कटरा पहुंचकर आरएफआईडी कार्ड बनवाना चाहते हैं। तो आपको बहुत लंबी लाइन में लगना पड़ेगा जिसमें आपका समय भी लगेगा लंबी लाइन से बचने के लिए आप पहले से ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर ही दर्शन के लिए जाएं।
मां वैष्णो देवी यात्रा परची
मां वैष्णो देवी यात्रा में यात्रा परची की सुविधा अब समाप्त कर दी गयी है। अब इसकी जगह आरएफआईडी कार्ड बनाये जाते है। जो की 5 साल से ऊपर के सभी लोगो के लिए बनवाना जरुरी है। इसके बिना आप यात्रा नहीं कर सकते है। पैदल यात्रा के समय ये कार्ड कई बार चेक किये जाते है। ये कार्ड यात्रिओं की सुविधा के लिए बनाये जाते है।
इस कार्ड मैं यात्रियों की सारी जानकारी होती है। ये कार्ड आप कटरा पहुंच कर बनवा सकते है इसके लिए सभी यात्रियों का अलग अलग एक ID प्रूफ दिखाना जरुरी होता है। तभी आप को कार्ड दिया जाएगा। कार्ड बनवाने के लिए कभी कभी बहुत लम्बी लाइन लगती है। इस लाइन से बचने के लिए आप पहले से ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के द्वारा अप्लाई कर सकते है। आप कटरा पहुँच कर काउंटर से ये कार्ड प्राप्त कर सकते है। ये कार्ड बिलकुल फ्री है इसके लिए कोई भी चार्ज नहीं लिया जाता है।

कटरा से माँ के भवन तक की यात्रा और रास्ता
पैदल यात्रा :
कटरा से माता के भवन के लिए दो रास्ते हैं जो की पैदल यात्रा के लिए उपयोग होते हैं कटरा से माता के भवन के लिए पैदल यात्रा बाणगंगा चेक पोस्ट से शुरू होती है इस चेक पोस्ट पर सभी यात्रियों की आरएफआईडी कार्ड चेक किए जाते हैं कार्ड चेक होने के बाद सभी यात्री आगे के लिए बढ़ जाते हैं बाणगंगा चेक पोस्ट से भवन के लिए दो रास्ते जाते हैं एक रास्ता नया रास्ता है जो की तारा कोट वाला रास्ता कहलाता है और दूसरा पुराना रास्ता है इस पुराने रास्ते पर घोड़े पालकी आदि चलते हैं इस रास्ते पर ज्यादातर भीड़ रहती है क्योंकि इस रास्ते पर पैदल यात्रियों के साथ-साथ पालकी वाले घोड़े वाले साथ-साथ चलते हैं और यह रास्ता नए रास्ते के कंपैरिजन में इतना साफ नहीं होता।
पुराने मार्ग से भवन का रास्ता: पुराने रास्ते पर बाणगंगा चेक पोस्ट से आगे जाते समय बाणगंगा जो की चेक पोस्ट से एक किलोमीटर आगे पड़ती है जहां पर सभी श्रद्धालु गंगा स्नान करते हैं और आगे की यात्रा के लिए चरण पादुका पहुंचते हैं जो की बाण गंगा से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे पड़ती है। चरण पादुका की मान्यता है कि यहां माता वैष्णो देवी ने पीछे मुड़कर भैरव को देखा था, कि भैरव उनके पीछे पीछे आ रहा है यहां पर माता वैष्णो देवी के पैरों के निशान हैं जिस कारण से इसे चरण पादुका कहते हैं।

चरण पादुका के दर्शन करने के बाद यात्री अर्धकुमारी के लिए आगे की यात्रा करते हैं। अर्धकुमारी चरण पादुका से करीब 4.5 किलोमीटर आगे है। अर्धकुमारी की मान्यता है कि यहां माता वैष्णो देवी ने गुफा में 9 महीने बिताये थे। उसके बाद माता त्रिकूट पर्वत पर पिंडी रूप में विराजमान हो गई सभी यात्री यहां रुक कर उस गुफा के दर्शन करते हैं। कभी-कभी यहां यात्रियां की भीड़ होने के कारण यात्रियों का नंबर नहीं आ पाता तो यात्री यहां से सीधे भवन के लिए निकल जाते हैं और लौटते समय अर्धकुमारी में गुफा के दर्शन करते हैं।
अर्धकुमारी से यात्री पुराना रास्ता लेते हुए हाथी मथा पहुंचते हैं। जो की अर्धकुमारी से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे है हाथी मथा से यात्री सांझी होते हुए भवन के लिए प्रस्थान करते हैं। यहां से भवन का रास्ता करीब 5.5 किलोमीटर रह जाता है इस रास्ते में खाने-पीने की बहुत ही अच्छी व्यवस्था है जगह-जगह पर साइन बोर्ड के भोजनालय और बहुत सारे दुकाने हैं। जहां यात्री खाने-पीने की चीज खरीद कर अपना पेट भर सकते हैं और रास्ते का आनंद उठा सकते हैं 5.5 किलोमीटर चलने के बाद सारे यात्री भवन तक पहुंच जाते हैं कटरा से भवन का कुल रास्ता 13 किलोमीटर है।
तारा कोट होते हुए नया रास्ता: जो लोग पुराना रास्ते से ना जा कर नए रास्ते से जाना चाहते हैं उनके लिए कटरा से तारा कोट होते हुए एक नया रास्ता है जो की बहुत ही साफ सुथरा और कम भीड़ वाला रास्ता है। इस रास्ते पर घोड़े खच्चर या पालकी नहीं चलती यह रास्ता केवल पैदल यात्रियों के लिए ही है इस रास्ते पर भी अच्छी सुविधाएं हैं।
इस रास्ते के द्वारा बाणगंगा चेक पोस्ट से होते हुए अर्धकुमारी तक यात्री करीब सात किलोमीटर की यात्रा तय करते हैं। अर्ध कुमारी से हिमकोटी होते हुए भवन के लिए रास्ता जाता है जो यात्री चलने में असमर्थ होते हैं। उनके लिए बैटरी वाली गाड़ी की व्यवस्था हिमकोटी वाले रास्ते पर है। बैटरी की गाड़ी की सुविधा लेने के लिए पहले से ही बुकिंग करनी होती है।

मां वैष्णो देवी बैटरी कार बुकिंग 2025: बैटरी कार की सुविधा अर्धकुमारी मंदिर परिसर से भवन के लिए और भवन से वापस अर्धकुमारी मंदिर तक है। इस बैटरी कार की बुकिंग ऑनलाइन होती है। ऑनलाइन बुकिंग के लिए यात्री श्राइन बोर्ड की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर इस बैटरी कार की बुकिंग कर सकते हैं। जिसका किराया अर्धकुमारी से भवन के लिए 450 रुपए और भवन से वापस अर्धकुमारी के लिए ₹300 है।
पहले ये बुकिंग की सुविधा सभी यात्रियों के लिए थी। लेकिन अभी श्राइन बोर्ड ने यह सुविधा केवल बुजुर्ग और विकलांग लोगों के लिए ही लागू की है। यह ऑनलाइन बुकिंग सुविधा केवल बुजुर्ग और विकलांग वालों के लिए ही है। जो लोग बैटरी कार से यात्रा करना चाहते हैं उन लोगों को अर्धकुमारी से बैटरी कार बुकिंग काउंटर से बैटरी कार की सुविधा लेनी होगी जिसमें बहुत ही ज्यादा टाइम लगता है।
जो लोग बैटरी कार से अर्धकुमारी से भवन के लिए जाना चाहते हैं वह battery कार से जा सकते हैं बाकी लोग पैदल यात्रा करके भवन तक पहुंचते हैं। अर्धकुमारी से भवन तक का रास्ता करीब 8 किलोमीटर है इस प्रकार यात्री पैदल यात्रा कर दोनों रातों में से किसी भी रास्ते से होकर भवन तक पहुंच सकते हैं।
हेलीकॉप्टर द्वारा मां वैष्णो देवी यात्रा: जो यात्री पैदल यात्रा नहीं करना चाहते उनके लिए हेलीकॉप्टर की सुविधा भी उपलब्ध है वह हेलीकॉप्टर से माता वैष्णो देवी की यात्रा कर सकते हैं। helicopter vaishno devi.
मां वैष्णो देवी हेलीकॉप्टर बुकिंग 2025: helicopter booking for vaishno devi online, vaishno mata helicopter ticket
मां वैष्णो देवी यात्रा में हेलीकॉप्टर की बुकिंग आप दो तरीके से कर सकते हैं आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीके से हेलीकॉप्टर की बुकिंग कर सकते हैं ऑनलाइन बुकिंग के लिए आप साइन बोर्ड की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर हेलीकॉप्टर की बुकिंग कर सकते हैं यह बुकिंग यात्रा वाले दिन से करीब 2 महीने पहले ही करनी चाहिए तभी आपको बुकिंग मिल सकती है। ऑनलाइन बुकिंग के द्वारा आप 24 अक्टूबर 2024 तक 2100 रुपए में टिकट बुक कर सकते हैं यदि आप दोनों तरफ की बुकिंग करना चाहते हैं तो इसका किराया 4200 होता है। और 24 अक्टूबर के बाद किराया बढ़ाने वाला है

मां वैष्णो देवी हेलीकॉप्टर ऑफलाइन बुकिंग: helicopter booking at mata vaishno devi,
यदि आपको ऑनलाइन बुकिंग में सीट नहीं मिल पा रही है तो आप कटरा पहुंचकर ऑफलाइन बुकिंग भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको निहारिका कंपलेक्स में सुबह 6:00 बजे से लाइन में लगना होगा क्योंकि वहां सुबह 6:00 बजे से ही लाइन लग जाती है। अगर आप टाइम पर नहीं पहुंच पाए तो हो सकता है आपको ऑफलाइन बुकिंग भी ना मिले तो बुकिंग के लिए जल्दी उठकर 6:00 बजे लाइन में लग जाए।
यदि आपकी बुकिंग हो गई है तो आप हेलीकॉप्टर के द्वारा यात्रा कर सकते हैं इस यात्रा को करने के लिए आपको हेलीपैड पहुंचना होगा जो कटरा में ही है कटरा हेलीपैड से हेलीकॉप्टर आपको सांझी छत हेलीपैड पर उतार देगा वहां से आप पैदल यात्रा कर भवन पहुंच सकते हैं।
यदि आपकी हेलीकॉप्टर बुकिंग दोनों तरफ की है तो आपको इसका फायदा हो सकता है। अगर आपकी बुकिंग एक ही दिन की है तो आप माता वैष्णो देवी के दर्शन गेट नंबर 5 से जल्दी ही कर सकते हैं। जिन यात्रियों की हेलीकॉप्टर बुकिंग वापसी के साथ होती है उन यात्रियों को दर्शन जल्दी करा दिए जाते हैं। इसके अलावा आप जम्मू से भी डायरेक्ट हेलीकॉप्टर की सुविधा ले सकते हैं।
जम्मू से डायरेक्ट मां वैष्णो देवी की हेलीकॉप्टर यात्रा: helicopter vaishnodevi booking, tickets of helicopter in vaishno devi
अब आप जम्मू से भी हेलीकॉप्टर की सुविधा लेकर माता वैष्णो देवी की यात्रा कर सकते हैं इसके लिए आपको हेलीकॉप्टर का पैकेज लेना होगा इस पैकेज में आपको जम्मू एयरपोर्ट से सीधा माता वैष्णो देवी भवन के पास पंछी हेलीपैड पर लैंड कराया जाया जाता है। हेलीपैड पर पहुंचकर आप गाड़ी के द्वारा भवन तक पहुंच सकते हैं और माता के दर्शन कर वापस हेलीकॉप्टर द्वारा जम्मू पहुंच जाते हैं। यह यात्रा आप एक दिन में ही कर सकते हैं इसके लिए आपके करीब 35000 रुपए खर्च करने होते हैं यह एक वीआईपी सेवा है इसमें आपको दर्शन के लिए लाइन में नहीं लगना होता है।
माता वैष्णो देवी के भव्य दर्शन 2025:जो यात्री मां वैष्णो देवी के दर्शन के लिए यात्रा पर जाते हैं वह किसी न किसी भी तरीके से भवन तक पहुंच जाते हैं भवन पर पहुंचने के बाद आप नहा धोकर और अपना सारा सामान लॉकर में जमा कर दर्शन की लाइन में लग जाएं कभी-कभी माता के दर्शन के लिए यात्रियों को कई घंटे लाइन में खड़ा होना पड़ता है। तब जाकर यात्रियों को माता के दर्शन होते हैं यह दर्शन बहुत ही भाव से भरे और सुंदर होते हैं। जो भी यात्री अपने मन मैं जो मनोकामनाएं लेकर माता के पास जाते हैं माता उनकी मनोकामनाएं अवश्य ही पूरी करती हैं।

माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद यात्री भवन के ही पास रुक सकते हैं और वहां का सुंदर दृश्य देख सकते हैं भवन के पास बहुत ही सुंदर दृश्य दिखाई देते हैं माता के भवन के पास रुकने की अच्छी व्यवस्था है वहां यात्रियों के लिए कंबल और धर्मशाला सभी फ्री में उपलब्ध हैं यात्री वहां आराम से रह सकते हैं। यदि यात्री भवन के पास रूम की सुविधा लेना चाहते हैं तो उनको रूम की बुकिंग पहले से ही करनी होती है।
माता वैष्णो देवी में भवन के पास रूम की बुकिंग ऑनलाइन: जो यात्री भवन के पास रूम लेकर रुकना चाहते हैं वह यात्री ऑनलाइन रूम की बुकिंग कर सकते हैं। वैसे तो यह रूम बुक ही ज्यादा रहते हैं, आप यदि माता वैष्णो देवी की यात्रा की प्लानिंग कर रहे हैं तो आप पहले से ही रूम बुक कर लें रूम बुक करने के लिए आप साइन बोर्ड की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर रूम बुक कर सकते हैं। यदि आपको ऑनलाइन बुकिंग नहीं मिल पा रही है तो आप कटरा पहुंचकर ऑफलाइन भी ट्राई कर सकते हैं। ऑफलाइन बुकिंग के लिए आपको निहारिका कंपलेक्स जाना होगा वहां आप पता कर सकते हैं कि रूम अवेलेबल है या नहीं रूम अवेलेबल है तो आप वहां जाकर रूम बुक कर सकते हैं।

मां वैष्णो देवी रोपवे किराया और बुकिंग: माता के दर्शन करने के बाद आप को बाबा भैरवनाथ के दर्शन भी करने चाहिए लोगों की मान्यता है। कि जो लोग वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद भैरवनाथ के दर्शन नहीं करते हैं तो उनकी यात्रा अधूरी मानी जाती है भैरवनाथ के दर्शन के लिए आपको भवन से 1.5 किलोमीटर और ऊपर की तरफ यात्रा करनी पड़ती है। पहले ये यात्रा पैदल ही की जाती थी लेकिन अब वहां रोपवे की सुविधा है। जिसका किराया ₹100 प्रति यात्री है रोपवे टिकट के लिए भी बहुत लंबी लाइन लगती है कभी-कभी आपको घंटो लाइन में लगना पड़ता है। यदि आप सुबह-सुबह ही लाइन में लग जाते हैं तो आपका नंबर जल्दी आ सकता है इस रोपवे के द्वारा आप भैरवनाथ के मंदिर तक पहुंच जाते हैं और वहां भैरवनाथ के दर्शन कर सकते हैं। भैरवनाथ के मंदिर के पास ही एक व्यू प्वाइंट है जहां से पहाड़ों का अच्छा नजारा दिखता है। यात्री वहां कुछ देर के लिए रुकते हैं और फोटो क्लिक कर वापस रोपवे के द्वारा भवन तक पहुंचते हैं।

माता वैष्णो देवी और भैरवनाथ जी के दर्शन करने के बाद यात्री वापस नीचे कटरा की तरफ उतरना शुरू कर देते हैं जो यात्री आते वक्त अर्धकुमारी में दर्शन नहीं कर पाते हैं वह लौटते समय अर्धकुमारी दर्शन करते हुए कटरा तक पहुंचते हैं इस प्रकार सभी यात्री अपनी यात्रा पूरी करते हैं।
और जो भी यात्री माता वैष्णो देवी की यात्रा का प्लान कर रहे हैं वह माता वैष्णो देवी की यात्रा पर जरूर जाएं मेरा मानना है जो भी यात्री सच्चे मन से माता वैष्णो देवी के पास अपनी मनोकामनाएं लेकर जाता है। माता उनकी मनोकामना अवश्य ही पूरा करती है और मैं भी आशा करती हूं कि आपकी हर मनोकामना माता वैष्णो देवी पूरी करें।

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जय माता दी। जय माता दी। जय माता दी।
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